A Review Of Hanuman Chalisa Lyrics

श्री हनुमान चालीसा का पाठ करने से घर में सकारत्मक उर्जा प्रवाहित होती है.

बरनऊं रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि॥

Thoroughly aware about the deficiency of my intelligence, I concentrate my attention on Pavan Kumar and humbly request strength, intelligence, and genuine information to relieve me of all blemishes creating agony.

బుద్ధిర్బలం యశో ధైర్యం నిర్భయత్వం అరోగతా

हनुमान चालीसा का प्रकाशन सम्पूर्ण सावधानी के साथ किया गया है.

श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि।

कानन कुण्डल कुञ्चित केसा ॥४॥ हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजै ।

राम मिलाय राज पद दीह्ना ॥१६॥ click here तुह्मरो मन्त्र बिभीषन माना ।

I am consistently updating this put up with additional new and suitable information so remember to hold going to it often. Thanks!

शंकर सुवन केसरीनन्दन। तेज प्रताप महा जग वन्दन॥



जहाँ जन्म हरिभक्त कहाई ॥३४॥ और देवता चित्त न धरई ।

बरनऊं रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि।। 

इस पेज के कुछ लिंक एफिलिएट लिंक है. अगर आप इन लिंक से कुछ खरीदतें हैं तो मुझे कुछ एफिलिएट कमीशन मिलेगी, और आपको कुछ भी एक्स्ट्रा पे नहीं करना पड़ेगा. आपको कुछ अच्छे और बेस्ट ऑफर मिलेंगे.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *